गायों के प्रति हमारा जुनून वर्ष 2015 में शुरू हुआ था। तब से हम देश भर में घूम-घूम कर विभिन्न पशु फार्मों और गोशालाओं से मिल चुके हैं। ऐसी ही एक यात्रा पर जब हमने कर्नाटक के घास के मैदानों में भूरे रंग की सफ़ेद गायों के झुंड को खुलेआम चरते देखा, तो हमारी जिज्ञासा जाग उठी। इसके बाद हल्लीकर नामक इस नस्ल के प्रति हमारा प्यार और बढ़ गया, आज 8 साल बाद हम कर्नाटक की खुलेआम चरने वाली हल्लीकर गायों से बना घी लॉन्च कर रहे हैं।
हल्लीकर गायों की कुछ विशेषताएं:
1. हल्लीकर गायें खुलेआम चरती हैं और उनसे ज़मीन जोतने का काम लिया जाता है
2. हल्लीकर गायें केवल 2-3 लीटर दूध देती हैं
3. एकमात्र नस्ल जिसमें गाय और बैल दोनों का उपयोग हल चलाने के लिए किया जाता है
4. यह नस्ल अत्यंत सूखा प्रतिरोधी है, जिसका अर्थ है कि वे बहुत कम चारे पर जीवित रह सकते हैं
निस्संदेह, इन मुक्त चरने वाली हल्लीकर गायों द्वारा उत्पादित दूध बहुत पौष्टिक और स्वास्थ्यवर्धक होता है। मैसूर की हमारी हाल की यात्रा के दौरान हमने हल्लीकर दूध से बने ताज़ा घी का स्वाद चखा और यही वह क्षण था जब हमने तय किया कि हमें अपने ग्राहकों के लिए यह बहुत स्वादिष्ट और समृद्ध घी लाना चाहिए।